
विषय : हिंदी प्रदेश : प्रगतिशीलता की विरासत
इस व्याख्यान में निम्न पहलुओं को समेटने की कोशिश रहेगी –
अर्वाचीन बोध क्या है? हिंदी प्रदेश में इसकी बुनियाद को कैसे समझें ? छठी से ग्यारहवीं शताब्दी का दौर।
भक्ति आंदोलन के दौर में क्या बदलाव हुए ? कला और साहित्य में दरबारीपन को कैसे समझें ?
स्वतंत्रता आंदोलन में साहित्य और साहित्यकारों की क्या भूमिका रही? अपने विगत से इस आंदोलन ने क्या ग्रहण किया ?
प्रगतिवाद ने हिंदी-उर्दू-संस्कृत साहित्य को कैसे प्रभावित किया ? प्रगतिवाद के आरंभिक चरण में क्या मुद्दे रहे ?
अस्मितामूलक साहित्य के उभार को कैसे समझें? दलित साहित्य की विकासयात्रा का हाल-मुकाम क्या है ?