Tag Archives: 1984 और 2002 के दंगे

फेकू की भजन मंडली उर्फ़ खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे

फेकूराम की भजन मंडली का ‘नमो नमो’ मन्त्र तो एक लम्बे अरसे से चल ही आ रहा था, मगर भक्तों में होड़ लगी तो कुछ को लगा की अब शिवजी की जगह इन्हीं को बैठा दिया जाए – सो ‘हर हर महादेव’  भी हड़प लिया गया. भला हो शिव भक्तों का कि उन्होंने यह दांव चलने नहीं दिया. और फिर खुद शंकराचार्य ने इस पर एतराज़ कर दिया. खैर, यह तो रहा परिवार के भीतर का झगडा. सुलट जायेगा.

मगर इसी बीच एक मोर्चा बनारस में खुल गया. फेकूराम के बैंड बजे तो दिल्ली तक में हमारी नींद उड़ाये हुए थे ही मगर अचानक एक अदना सा आम आदमी जा कर उसे ललकार आया. भक्तों ने अंडे फेंके, स्याही फेंकी – हर जतन कर के देख लिया. मगर आख़िरकार उसने पोल खोल ही दी. कहने लगे कभी इन्होने कांग्रेसियों को या कांग्रेसियों ने इन्हें काले झंडे दिखाए? अंडे फेंके? तो ये बौखलाहट किस लिए है जी? आप दोनों की नूरा कुश्ती चलती रहती और सब आपस में बाँट कर लूट लेते – जैसे करते आये हैं – तो कोई परेशानी नहीं होती. आप की बौखलाहट से हे तो कई राज़ एक साथ खुलने लगे हैं.

तभी एक भक्तिन को लगा की उनकी भारत माता के साथ ‘गैंगरेप’ हो रहा है. देखिये नीचे इन भक्तन की ट्वीट. जैसे उन्हें मजबूर किया जा रहा है की वे अपनी माँ का सामूहिक बलात्कार देखें. अब तक तो अम्बानी, मनमोहन, चिदम्बरम, सिबल और फेकूराम की फ़ौज भारत माँ की आरती उतार रही थी – कहाँ से चले आये ये बलात्कारी! आरती उतर रहे थे वो विहिपई और बजरंगी सेनानी जो प्रेमी युगलों को सरे बाज़ार बेआबरू कर रहे थे. पबों से निकाल निकाल कल निर्वस्त्र कर रहे थे. आरती उतार रहा था राज ठाकरे. किसी ने इन भक्तिन के उद्गार उस वक़्त देखे?

 
Photo: The shamelessness of Madhu Kishwar... Her employer CSDS as well as her political mentor Mr Narendra Modi must clear their stand on this...
भारत माता की 1984 में आरती उतारी गयी, 1992 में बाबरी मस्जिद का ध्वंस करके आरती उतारी गयी और फिर 2002 में गुजरात में उतारी गयी.

Continue reading फेकू की भजन मंडली उर्फ़ खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे