Guest Post by the group THE MOCKING BIRDS
आज की रात न फ़ुट-पाथ पे नींद आएगी
सब उठो, मैं भी उठूँ तुम भी उठो, तुम भी उठो
कोई खिड़की इसी दीवार में खुल जाएगी
ये ज़मीं तब भी निगल लेने पे आमादा थी
पाँव जब टूटती शाख़ों से उतारे हम ने
उन मकानों को ख़बर है न मकीनों को ख़बर
उन दिनों की जो गुफाओं में गुज़ारे हम ने ( कैफ़ी आज़मी )
सच है इस लॉक डॉउन में हमने लगभग गुफाओं में दिन गुजारे है, कुछ आब ला पा सड़क पर दर ब दर है, कुछ ऐसे है जो इस फानी दुनिया से चले गए, ऐसा लगता है जैसे उनको इस आगत का इलहाम हो गया था आज के ग़म का, और जल्द ही चले गए …. फ़ैज़ से कुछ पंक्तियां लेकर
आज के नाम
और
आज के ग़म के नाम
आज का ग़म कि है ज़िन्दगी के भरे गुलसिताँ से ख़फ़ा
ज़र्द पत्तों का बन
ज़र्द पत्तों का बन जो मेरा देस है
दर्द का अंजुमन जो मेरा देस है
किलर्कों की अफ़सुर्दा जानों के नाम
किर्मख़ुर्दा दिलों और ज़बानों के नाम
पोस्ट-मैंनों के नाम
टांगेवालों के नाम
रेलबानों के नाम
कारख़ानों के भोले जियालों के नाम
बादशाह्-ए-जहाँ, वालि-ए-मासिवा, नएबुल्लाह-ए-फ़िल-अर्ज़, दहकाँ के नाम…..
उषा मैम, और हमारे अपने अभिनेता इरफ़ान खान ….
ये खिराजे अकीदत नहीं … एक गीत है PAEAN:. एक नगमा ज़िन्दगी का …..
आप दोनों के लिए The Mocking Birds
की ओर से …. हम हों ना हो तराने रहेंगे सदा…. सलाम
अभिनेता : ( ट्रिब्यूटर्स)
महिंदर पाल
पार्थ श्रीवास्तव
देवाशीष मिश्रा
आदर्श सिंह
बैजन्ती नाथ
दीपा
अनुज निगम
सचिन जायसवाल
सचिन मालवी
अंजना खरेटे
शक्ति भारद्वाज
सूरज सिंह
शुभम तिवारी
विनय कुमार
शिवेंद्र सिंह
बीनू
संगीत : महिंदर पाल, संकलन: समस्त दल
Mobilography : कैमरा : सचिन, अनुज और अभिनेता स्वयं, संपादन: सचिन जायसवाल,
परिकल्पना एवं निर्देशन: भारतेन्दु कश्यप
The Mocking Birds