सी पी एम या भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पिछले दिनों अपनी एक सदस्य की वजह से खबर में रही. अनुशासनहीनता के कारण जगमती सांगवान को पार्टी से निकालने का निर्णय किया गया,ऐसी सूचना उसके वक्तव्य में दी गई है. जगमती पार्टी की केन्द्रीय समिति की सदस्य थीं.
जगमती सांगवान को पार्टी से निकाला बाद में गया, केन्द्रीय समिति की बैठक के दौरान ही पहले वे बाहर निकल आई थीं और प्रेसवालों के सामने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया था.लेकिन कम्युनिस्ट पार्टी में ही नहीं,किसी भी पार्टी में शायद ही किसी सदस्य को खुद पार्टी से अलग होने का गौरव लेने दिया जाता रहा हो! यह फैसला पार्टी ही कर सकती है कि सदस्य का रिश्ता पार्टी से कैसा और कितना लंबा होगा.इसलिए कम से कम इस आधार पर सी पी एम की आलोचना करने के पहले पार्टियों के तंत्र की आलोचना करने की आवश्यकता होगी. Continue reading सी पी एम के भीतर जनतांत्रिक विरोध के अधिकार का प्रश्न – जगमती सांगवान के बहाने